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दुनिया की दस सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा

Top ten most Used Or Spoken Language in the World in hindi !


भाषा लैंग्वेज या कुछ और यह एक ऐसी माध्यम होती है जिसके द्वारा हम अपने बातों और विचारों को दूसरों को बता व समझा सकते हैं मानव जाति पृथ्वी की सबसे बुद्धिमान प्राणी है जिसने एक - दूसरे के साथ अपने विचारों और बातों को साझा करने के लिए भाषा का अविष्कार या खोज किया। पूरे विश्व में अलग-अलग स्थानों में कई भाषाओं का विकास हुआ जिनमें से कई भाषाएं आज भी बोली जाती है कईयों का पतन हुआ और कई भाषाएं ऐसी हैं जो अभी फूल फल रही व प्रसिद्ध हो रही हैं।

आज इस लेख “ दुनिया की दस सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा ” में हम दुनिया में सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा के बारे में जानेंगे । विश्व भर में किए गए विभिन्न सर्वे , रिसर्च के द्वारा यह अनुमान लगाया जा सकता है कि विश्व में किस भाषा का सबसे अधिक उपयोग होता है किस भाषा को कितने लोग बोल सकते हैं इसी के अनुसार नीचे दुनिया की दस सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा के नाम दिए गए है।

1 मंडरिना ( चाइनीज )
2 अंग्रेजी
3 हिंदी
4 स्पेनिश
5 अरबी
6 मलय
7 रसियन
8 बंगाली
9 पुर्तगाली
10 फ्रेंच

नीचे इन भाषाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी है इसके अलावा आप इस लेख में पढ़ेंगे :-

  • विश्व में भाषाएं
  • दसों भाषाओं के कुछ शब्द
  • भारत व आसपास के देशों में बोली जाने वाली भाषाएं
  • भाषाओं के विकास का इतिहास व आंशिक अनुमानित भविष्य

1 मंडरिना ( चाइनीज )

मंडरिना भाषा दुनिया की सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा है यह चीनी बोली समूहों का एक भाग है जिसे सामान्य भाषा में चाइनीस लैंग्वेज भी कहा जा सकता है इस भाषा को बोलने वाले लोगों की संख्या लगभग 111 करोड़ ( 1.118 बिलियन ) है यह भाषा चीन , थाईलैंड और ताइवान की अधिकारिक भाषा भी है और इसका उपयोग चीन और आस-पास के देशों में किया जाता है।
भाषा समूह : Sino - Tibetan
भाषा उपसमुह : Sinitic

2 अंग्रेजी

आप सभी इस भाषा से भलीभांति परिचित होंगे यह विश्व की सबसे प्रसिद्ध भाषा है माना जाता है कि यदि आपको विदेश में भ्रमण करना है तो यह सबसे उपयुक्त भाषा है क्योंकि यह पूरी दुनिया में समझा व बोला जाता है इसे बोलने वालों की संख्या लगभग 98 करोड़ ( 983 मिलियन ) से अधिक है यह विश्व के कई देशों की अधिकारिक भाषा है
भाषा समूह : Indo - European
भाषा उपसमुह : Germanic

तथ्य - आपको यह जानकर अचंभा हो सकता है कि दुनिया में सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा मंडरीना है अंग्रेजी नहीं सचमुच यह एक रोचक तथ्य के समान है इसका मुख्य कारण है बोलने वालों की संख्या ,
मंडरीना भाषा कुछ ही देशों में बोली जाती है परंतु इनमें एक देश चीन भी है जिसकी यह प्रमुख व अधिकारिक भाषा है और चीन की जनसंख्या विश्व में सबसे अधिक है व अन्य देशों में भी इसे बोला जाता है अंग्रेजी भाषा एक वैश्विक भाषा है जिसका उपयोग विश्व भर में किया जाता है धीरे धीरे यह भाषा और अधिक प्रचलित होती जा रही है और इसे बोलने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है
कई रिपोर्ट्स और सर्वे में यह भी अनुमान लगाया जाता है कि अंग्रेजी भाषा दुनिया में सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा है इसलिए कई स्थानों पर इसे दुनिया में सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा भी कहा जाता है इसे दुनिया की प्रथम अंतरराष्ट्रीय भाषा भी माना जाता है।

3 हिंदी

नमस्कार । यदि आप इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं तो आपको जरूर हिंदी आती होगी 602 मिलियन बोलने वालों के साथ यह दुनिया की तीसरी सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा है हिन्दी भाषा की लिपि देवनागरी है हिंदी भाषा के दोनों प्रकार की साहित्य ( गघ व पघ ) में बहुत सी रचनाएं हुई है साहित्य की दृष्टि से यह एक विकसित और धनी लेंग्वेज है।
भाषा समूह : Indo - European
भाषा उपसमुह : Indo - Aryan

नमस्कार या नमस्ते ” - हिंदी का सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला शब्द है।


4 स्पेनिश

स्पेनिश भाषा मंडरीन , अंग्रेजी और हिंदी के बाद चौथी सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा है मुख्यता यह अमेरिका , स्पेन में बोली जाती है स्पेनिश भाषा 20 देशों की अधिकारिक भाषा है जिनके नाम निम्नलिखित है अर्जेंटीना , बोलीविया , चिली , कोलंबिया , कोस्टा रिका , क्यूबा , डोमिनिकन गणराज्य , इक्वेडोर , एल साल्वाडोर , भूमध्यवर्ती गिनी , ग्वाटेमाला , होंडुरस , मेक्सिको , निकारागुआ , पनामा , परागुआ , पेरू , स्पेन , उरुग्वे , वेनेजुएला । यह भाषा लैटिन भाषा से विकसित हुई है दुनिया में इसे बोलने वालों की संख्या 54.8 करोड़ ( 548.3 मिलियन ) है।
भाषा समूह : Indo - European
भाषा उपसमुह : Romance

5 अरबी

अरबी दुनिया के सबसे प्रसिद्ध भाषाओं में से एक है इसे बोलने वालों की संख्या लगभग 422 मिलियन है अरबी का उपयोग सबसे अधिक अरब देशों में किया जाता है इसकी कई बोलिया और प्रकार व किस्में हैं जैसे आधुनिक मानक अरबी , मिस्र की अरबी , खाड़ी अरबी , माघरेबी अरबी , लेवेंटाइन अरबी और आदि है अरबी एलजीरिया , बहरीन , कोमोरोस , चाड , जिबूती , मिस्र , इरिट्रिया , इराक , जॉर्डन , कुवैट , लेबनान , लीबिया , मॉरिटानिया , मोरक्को , ओमान , फिलिस्तीन , कतर , पश्चिमी सहारा , सऊदी अरब , सोमालिया , सूडान , सीरिया , ट्यूनीशिया , संयुक्त अरब अमीरात , यमन देशों की अधिकारिक भाषा है।
भाषा समूह : Indo - European / Afroasiatic
भाषा उपसमुह : Semitic
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6 मलय

मलय भाषा दुनिया की छठी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है जिसका उपयोग मुख्यत पूर्वी एशिया के देशों में किया जाता है यह इंडोनेशिया , मलेशिया , ब्रुनेई और सिंगापुर की आधिकारिक भाषा है यह भाषा इन्डोनेशियाई , मलेशियाई के समान है व इस भाषा को बोलने वालों की संख्या लगभग 290 मिलियन है।
भाषा समूह : Austronesian
भाषा उपसमुह : Malayo-Polynesian

7 रसियन

नाम के द्वारा ही स्पष्ट है कि यह भाषा रसिया अर्थात रूस में बोली जाती है इसके अलावा इसका उपयोग यूरोप के देशों और विश्व के कुछ अन्य देशों में भी किया जाता है इसके बोलने वालों की संख्या 26.7 करोड़ और यह रूस , बेलारूस , कजाकिस्तान , और ताजिकिस्तान की आधिकारिक भाषा है और यह पूर्व सोवियत रूस की अधिकारिक भाषा भी थी।
भाषा समूह : Indo - European
भाषा उपसमुह : Balto - Salvic

8 बंगाली

बंगाली भाषा मुख्य रूप से बांग्लादेश मे बोली जाती है व यह वहां की अधिकारिक भाषा भी है भारत में यह भाषा पश्चिम बंगाल राज्य , त्रिपुरा और असम के कुछ क्षेत्रों में बोली जाती है इसके बोलने वालों की संख्या 26.1 करोड़ है और यह दुनिया की आठवीं सबसे अधिक बोले जाने वाली भाषा है बंगाली भाषा में कई साहित्यों , कविता , कहानियों की रचनाएं की गई है बंगाली साहित्य को विकसित माना जाता है।
भाषा समूह : Indo - European
भाषा उपसमुह : Indo - Aryan

9 पुर्तगाली

पुर्तगाली भाषा पुर्तगाल , वेनेजुएला , ब्राजील , मोजाम्बिक , अंगोला आदि देशों बोली जाती है और यह अंगोला , ब्राज़िल , केप वर्दे , तिमोर - लेस्ते , भूमध्यरेखीय गिनी , गिनी-बिसाऊ , मोजाम्बिक , पुर्तगाल , साओ टोमे और प्रिंसिपे की अधिकारिक भाषा है इसे बोलने वालों की संख्या लगभग 257.7 मिलियन है यह भाषा यूरोप के इबेरियन प्रायद्वीप में उत्पन्न हुई है।
भाषा समूह : Indo - European
भाषा उपसमुह : Romance

10 फ्रेंच

फ्रेंच फ्रांस की भाषा है जिसे कनाडा , बेल्जियम और दुनिया भर में बोलते हैं 22 करोड़ से अधिक लोगों द्वारा इस भाषा का प्रयोग किया जाता है यह कई अन्य देशों में भी प्रचलित है और यह 29 देशों की अधिकारिक भाषा है जिनके नाम बेल्जियम , बेनिन , बुर्किना फासो , बुस्र्न्दी , कैमरून , कनाडा , केन्द्रीय अफ़्रीकी गणराज्य , चाड , कोमोरोस , कांगो , कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य , जिबूती , भूमध्यवर्ती गिनी , फ्रांस , गैबॉन , गिन्नी , हैती , आइवरी कोस्ट , लक्समबर्ग , मेडागास्कर , माली , मोनाको , नाइजर , रवांडा , सेनेगल , सेशल्स , स्विट्ज़रलैंड , जाना , वानुअतु है। इसकी लेखन प्रणाली लैटिन ( फ्रेंच वर्णमाला ) या फ्रेंच ब्रेल है।
भाषा समूह : Indo - European
भाषा उपसमुह : Romance


विश्व में भाषाएं

एक अनुमान के अनुसार पूरे विश्व में लगभग 6809 भाषाएं बोली जाती है जिनमें से 90% भाषा के वक्ताओं की संख्या 1 लाख से भी कम है विश्व की सबसे प्रसिद्ध भाषाओं में से कुछ युएन ( यूनाइटेड नेशन ) या संयुक्त राष्ट्रीय संघ की अधिकारिक भाषा भी है इनकी संख्या 6 है और ये अरबी , स्पेनिश , अंग्रेजी , फ्रेंच , चीनी और रूसी भाषा है परंतु केवल दो ही अंग्रेजी और फ़्रांसीसी भाषाओं को संचालन भाषा अर्थात अधिकारी कार्य हेतु उपयोग किया जाता है ।

दसों भाषाओं में कुछ शब्द

सभी भाषा में नमस्कार :-
• मंडरिना - 你好
• अंग्रेजी - Hello
• हिंदी - नमस्कार
• स्पेनिश - Hola
• अरबी - مرحبًا
• मलय - Hello
• रसियन - Привет
• बंगाली - শুভেচ্ছা!
• पुर्तगाली - Olá
• फ्रेंच - salut

भारत व आसपास के देशों में बोली जाने वाली भाषाएं

भारत विभिन्न संस्कृतियों का देश है जिस कारण यहां भाषा में विभिन्नता है यहां हर राज्य , प्रांत और क्षेत्र , प्रदेश में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती है व प्रचलित है। भारत में 78.05 प्रतिशत भाषाएं इंडो-आर्यन और 19.64 प्रतिशत भाषाएं द्रविड़ भाषाएँ है। भारत सबसे अधिक भाषाएं बोले जाने वाले देशों के क्रम में चौथे नंबर पर आता है भारत में भारतीय संविधान द्वारा 22 भाषाओं को आठवीं अनुसूची से मान्यता प्राप्त है जिनके नाम असमिया , बंगाली , गुजराती , हिंदी , कन्नड़ , कश्मीरी , कोंकणी , मलयालम , मणिपुरी , मराठी , नेपाली , उड़िया , पंजाबी , संस्कृत , सिंधी , तमिल , तेलुगु , उर्दू , बोडो , संथाली , मैथिली , डोगरी है।
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भाषाओं के विकास का इतिहास व आंशिक अनुमानित भविष्य

प्राचीन काल से मानव जाति के विकास के साथ ही भाषाओं का विकास हुआ पूर्व में मनुष्य के पास ऐसी तकनीक या साधन नहीं थी जिससे वह एक दूसरे से मिल पाए जिस कारण अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग सभ्यताओं का उदय हुआ सभ्यताओं के उदय के साथ ही उन्होंने अपनी भाषा बनाई और भौगोलिक स्थिति के आधार पर कई जातियां , समुदाय और कबीले बसे और उन्होंने भी अपनी अलग अलग बोलचाल की भाषा बनाई। विभिन्न भाषाओं का उदय और अस्त हुआ कई भाषा अत्यधिक प्रचलित हुई और उनसे कई और भाषाओं को जन्म हुआ एक ही भाषाओं का अलग-अलग स्थानों में अलग-अलग तरह से प्रयोग किया गया जिस कारण समय के साथ विकसित होकर उन्होंने दो अलग-अलग भाषाओं का रूप ले लिया। इस प्रकार व अन्य कारण से विश्व में इतनी भाषाएं बनी।

समय के साथ जैसे-जैसे आधुनिकता बड़ी और मनुष्य का विकास हुआ वैसे ही कई सभ्यताएं एक साथ मिली सभ्यताओं , समुदायों और वर्गों का एकीकरण हुआ जिस कारण उनकी भाषाओं , संस्कृतियों और साहित्यों का मिलन हुआ और नई भाषाओं का जन्म हुआ परंतु कई बार इस प्रक्रिया के कारण पुरानी भाषाएं विलुप्ती के कगार पर भी आ गयी जैसे-जैसे आधुनिकता बढ़ती जा रही है वैसे वैसे ज्ञान का प्रसार हो रहा है परंतु भाषाओं की विविधता होने के कारण कई बार इसे प्राप्त करना सभी के लिए आसान नहीं होता जिस कारण कई लोग दूसरी भाषाओं को सीखते हैं दूसरी भाषाओं को सीखने के कई अन्य कारण भी है आधुनिकता के साथ सभी देश एक दूसरे के करीब आ रहे हैं विश्व में विभिन्न संस्कृति के साथ उनकी भाषाएं , कला भी एक हो रही है जिस कारण विश्व में कई भाषाएं विलुप्त हो रही है और कुछ भाषाओं को अधिक सिखा जा रहा है ताकि विश्व में क्या हो रहा है इसका ज्ञान उन्हें भी हो।

विश्व में लगभग 150 से 200 ऐसी भाषाएं हैं जिन्हें 10 लाख से अधिक लोग बोलते हैं और लगभग 357 भाषा ऐसी भी हैं जिन्हें सिर्फ 50 लोग ही बोलते हैं 46 भाषाएं तो ऐसी भी हैं जिसे बोलने वालों की संख्या 1 ही है इन आंकड़ों के द्वारा ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कैसे कुछ भाषा विलुप्ति के कगार पर है भारत में भी अंग्रेजी का प्रचलन है और इसे सीखा जा रहा है जिस कारण हिंदी और क्षेत्रीय भाषा बोलने वालों की संख्या कम होते जा रही है। यदि आज के समय में ऐसा कोई समुदाय है जो अपनी भाषाओं का उपयोग करता है और उसे आधुनिक दुनिया या विश्व से संपर्क स्थापित करना है तो यह कठिन है कि समस्त विश्व उनकी भाषा को समझें इसलिए उन्हें विश्व की कोई आधुनिक भाषा सीखनी पड़ेगी ताकि वह विश्व तक अपनी बात पहुंचा सके और उनकी बातों को जान सकें धीरे धीरे उस भाषा को सीखना उस समुदाय में बढ़ता जाएगा क्योंकि वह भाषा आधुनिक होगी और उसमें अधिक साहित्यों का निर्माण हुआ होगा इस कारण उस समुदाय में उनकी खुद की भाषाएं बोलने का प्रचलन कम हो सकता है और नई भाषाएं सीखी जाएंगी एक दिन उसी समुदाय की अपनी भाषा के ऊपर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा होगा।

अतः हमें अपनी भाषाओं का सम्मान करना चाहिए क्योंकि यही हमारी संस्कृति है प्रयास करना चाहिए कि ये अधिक से अधिक प्रचलित हो और इनका अस्तित्व बना रहे।



आप सभी भाषा के लिए और अधिक ज्ञान अर्जित करने के लिए यहां | मंडरिनाअंग्रेजी | हिंदीस्पेनिश | अरबीमलय | रसियनबंगाली | पुर्तगालीफ्रेंच | क्लिक कर इन सभी भाषाओं के बारे में और पढ़ सकते हैं।


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