Top twenty best , biggest and Highest Waterfalls of India in hindi
प्रकृति सौंदर्य से परिपूर्ण है जिसमें जल व नदियों का अति महत्व है कल - कल करती जल धारा या शांत झील सभी का अपना अलग महत्व है जब व्यक्ति आधुनिकता और शहर की दुनिया और चकाचौंध में खो जाता है तो प्रकृति ही उसे शांति और उसके मानव होने का अहसास दिलाती है।
इन छोटे बड़े कलाकृतियों को देखकर उसे एहसास होता है कि वह कितना छोटा है यह दुनिया कितनी बड़ी है और उसे अभी कई और बातों को जानना है शहर के हाथों को छोड़ कर जब वह प्रकृति की गोद में आता है तो उसे एक अलग ही प्रकार की खुशी मिलती है जिसे वर्णित नहीं किया जा सकता महसूस किया जा सकता है।
आज इस लेख में हम प्रकृति और नदी के एक महत्वपूर्ण अंग जलप्रपातों के बारे में जानेंगे जब जल की धारा विशाल पर्वतों अथवा स्थानों से गिरती है तो यह दृश्य अति मनभावन होता है। आज इस लेख “ भारत के 20 सबसे बड़े व ऊंचे जलप्रपात झरने ” में हम भारत के 20 सबसे ऊंचे जलप्रपातों के बारे में जानेंगे वे कितने ऊंचा हैं कहां है और “ झरनों का निर्माण कैसे होता है ” व अन्य जानकारी प्राप्त करेंगे।
1 कुंचीकल जलप्रपात
यह भारत का सबसे बड़ा व ऊंचा जलप्रपात है 455 मीटर ( 1493 फीट ) ऊंचा यहां जलप्रपात शिमोगा जिला ( राज्य - कर्नाटक ) के समीप निदागोडु गांव में स्थित है यह जलप्रपात पर्यटन स्थल की दृष्टि से काफी अच्छा है वरही नदी पर स्थित यह जल प्रपात एशिया का दूसरा सबसे बड़ा जलप्रपात है। इस जलप्रपात में घुमने जाया जा सकता है।Type : Tiered
2 नोहकलिकाई जलप्रपात
पूर्वी खासी हिल्स , मेघालय में स्थित यह जलप्रपात भारत का दूसरा सबसे बड़ा जलप्रपात है यह सिंगल ड्रॉप झरना है जिसकी ऊंचाई 340 मीटर ( 1,115 फीट ) है यह जलप्रपात प्रकृति के बीच स्थित है जो अति सुन्दर है इस प्रपात मे जल वनों में बरसात के द्वारा आता है इस झरने की चौड़ाई लगभग 75 फीट ( 23 मीटर ) है पहाड़ी , पठार के ऊपर से घने जंगलों में गिरता यह जलप्रपात प्रकृति का अनुपम सौंदर्य प्रदान करती है।Type : Plunge type waterfalls
3 नोहसिंगिथियांग फॉल्स या मावसई फॉल्स
नोहसिंगिथियांग फॉल्स भारत के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है 315 मीटर ( 1033 फीट ) ऊंचा यह झरना मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के मावसई गांव से लगभग 1 किलोमीटर दक्षिण में स्थित सिंगल ड्रॉप झरना है बारिश के मौसम में इस झरने में जल की मात्रा बढ़ जाती है जो चट्टानों पर गिरता हुआ बहुत सुंदर प्रतीत होता है।Type : segmented type waterfalls
4 दूधसागर जलप्रपात
दूधसागर वाटरफॉल्स 310 मीटर ( 1020 फीट ) ऊंचा गोवा राज्य में स्थित विशाल जलप्रपात है यह एक प्रसिद्ध जलप्रपात है जो मंडोवी नदी पर बनता है आप इस झरने का दृश्य देखने यहां पर आसानी से आ सकते हैं घने जंगलों के बीच यह झरना अति मनमोहक लगता है।Type : 4 tiered waterfalls
5 किनरेम फॉल्स
305 मीटर ( 1001 फीट ) ऊंचा जह जलप्रपात मेघालय राज्य के पूर्वी खासी हिल्स जिले में चेरापूंजी से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर थांगखरंग पार्क में स्थित है यह एक तीन स्तरीय जलप्रपात है जो काफी सुंदर दिखता है।Type : 3 tiered waterfalls
6 मीनमुट्टी फॉल्स
300 मीटर ( 984 फीट ) ऊंचा जह जलप्रपात केरल राज्य के वायनाड जिले में कलपेट्टा से लगभग 29 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह जलप्रपात हरे - भरे चाय बागानों से घिरा हुआ है जिसका प्रवाह बरसात के मौसम में अधिक होता है यह एक तीन स्तरीय जलप्रपात है।Type : 3 tiered waterfalls
7 तलैयार जलप्रपात
सातवें स्थान पर तलैयार जलप्रपात है तलैयार जलप्रपात की हाइट 297 मीटर ( 974 फीट ) है और यह तमिलनाडु राज्य में स्थित है और यह राज्य का सबसे ऊंचा झरना भी है मंजालार नदी पर स्थित इस जलप्रपात का पानी जब पर्वतों के नीचे घाटी पर गिरता है तो यह जल की धारा अति मनमोहक लगती है ।Type : horsetail type waterfalls
8 बरकाना फॉल्स
बरकाना फॉल्स इंडिया का आठवां सबसे ऊंचा जलप्रपात है अगुम्बे , जिला शिमोगा , कर्नाटक में स्थित इस जलप्रपात की हाइट 259 मी. ( 850 फीट ) है बरकाना फॉल्स जलप्रपात को जल मुख्यता वर्षा से प्राप्त होती है यह जलप्रपात पश्चिमी घाट के घने वनों से घिरा हुआ है ।Type : tiered waterfalls
9 जोग फॉल्स
यह भारत के दस सबसे बड़े झरनों में से एक है 253 मीटर अर्थात 830 फीट ऊंचा जोग झरना भारत का नौंवा और दुनिया का 490 वां सबसे ऊंचा झरना है शरवती नदी पर स्थित यह झरना पर्यटकों के लिए आकर्षक का केंद्र है यह झरना कर्नाटक राज्य के जिले में है।Type : segmented waterfalls
10 खंडधार जलप्रपात
खंडधार जलप्रपात एक सिंगल ड्रॉप जलप्रपात है जो उड़ीसा के सुंदरगढ़ के नंद पानी में स्थित है यह प्रसिद्ध जलप्रपात है जिसकी ऊंचाई 244 मीटर ( 801 फीट ) है यह जलधारा तलवार के समान दिखती है जिस कारण इसका नाम खंडा अर्थात तलवार रखा गया है। यह झरना राउरकेला से 92 कि. मी. और केंदुझार से लगभग 132 कि. मी. दूर स्थित है।Type : Horse tail type falls
11 वंतावंग फॉल्स
यह भारत का ग्यारहवां सबसे बड़ा व ऊंचा जलप्रपात है 229 मीटर ( 751 फीट ) ऊंचा यहां जलप्रपात सेरछिप जिला ( राज्य - मिजोरम ) में थेनजोल के समीप में स्थित है यह जलप्रपात पर्यटन स्थल की दृष्टि से काफी अच्छा है वनवा नदी पर स्थित यह जल प्रपात मिजोरम की राजधानी से 92 किलोमीटर की दूरी पर है इस जलप्रपात का नाम वंतावंग नाम के एक कुशल तैराक के नाम पर रखा गया है यहां पर एक व्यूइंग टावर का भी निर्माण किया गया।Type : 2 tiered waterfalls
12 कुन फॉल्स
कुन फॉल्स की ऊंचाई 200 मीटर ( 660 फीट ) है यह महाराष्ट्र के पुणे जिले के लोनावाला में है यह लोनावाला खंडाला घाटी के मध्य में है यह एक तीन स्तरों का जलप्रपात है और इंडिया का बारहवां सबसे ऊंचा जलप्रपात भी है जहां आसानी से आया जा सकता है।Type : 3 tiered waterfalls
13 वोघर जलप्रपात
वोघर जलप्रपात पश्चिम भारत में सतारा शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित है घने जंगलों के बीच बसा यह जलप्रपात अत्यंत सुंदर है जहां पर्यटक दूर - दूर आते हैं बरसात के मौसम में यहां का पानी बढ़ जाता है जिससे दृश्य और मनमोहन हो जाता है जुलाई से नवंबर के बीच यहां काफी पर्यटक आते है। इस जलप्रपात की ऊंचाई 200 मीटर ( 656 फीट ) है।Type : cataract , segmented
14 सोचीपारा जलप्रपात
यह भारत के 20 सबसे बड़े झरनों में से एक है 200 मीटर अर्थात 656 फीट ऊंचा सोचीपारा झरना भारत का चौदहवां सबसे बड़ा झरना है वनों से घिरा हुआ यह झरना पर्यटकों के लिए आकर्षक का केंद्र है यह झरना केरल राज्य के वायनाड जिले में है।Type : 3 tiered waterfalls
15 बहूती जलप्रपात
पंद्रहवें स्थान पर बहूती जलप्रपात है बहूती जलप्रपात की हाइट 198 मीटर ( 650 फीट ) है और यह मध्य प्रदेश राज्य के रीवा जिले में स्थित है और यह राज्य का सबसे ऊंचा झरना भी है सेरल नदी पर स्थित इस जलप्रपात का पानी चट्टानों में गिरता हुआ वनों में बहता है।Type : 2 tiered waterfalls
16 मागोड जलप्रपात
यह जलप्रपातों का समूह है जो बेदती नदी पर बनता है यह 198 मीटर ( 650 फीट ) ऊंचा झरना कर्नाटक राज्य के उत्तर कन्नड़ जिले में स्थित है। यह जलप्रपात प्रकृति के बीच स्थित सुंदर जलप्रपात है जहां असानी से जाया जा सकता है।Type : 2 tiered waterfalls
17 जोरांडा फॉल्स
जोरांडा जलप्रपात एक सिंगल ड्रॉप जलप्रपात है जो उड़ीसा के मयूरभंज के सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है यह प्रसिद्ध जलप्रपात है जिसकी ऊंचाई 150 मीटर ( 490 फीट ) है इस जलधारा के समीप ही बरेहीपानी फॉल्स भी स्थित है।Type : plunge type waterfalls
18 हेब्बे फॉल्स
हेब्बे फॉल्स इंडिया का अट्ठारहवां सबसे ऊंचा जलप्रपात है केम्मनगुंडी के लगभग 10 कि. मी. दूर , जिला चिकमगलूर , कर्नाटक में स्थित इस जलप्रपात की हाइट 168 मी. ( 551 फीट ) है हेब्बे फॉल्स जलप्रपात भद्रा नदी पर है यह एक अच्छा पर्यटक स्थल भी है।Type : 2 tiered waterfalls
19 दुदुमा जलप्रपात
दुदुमा जलप्रपात की ऊंचाई 157 मीटर ( 515 फीट ) है यह उड़ीसा के कोरापुट व आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के सीमा पर स्थित है। इसके पास ही मच्छकुंड ( दुदुमा ) जलविद्युत परियोजना स्थित है जो आंध्र प्रदेश सरकार और उड़ीसा सरकार के मध्य एक सहयोगी परियोजना है इस परियोजना में 6 इकाई है जिसकी स्थापित क्षमता 120 मेगावाट है।Type : plunge type waterfalls
20 पलानी फॉल्स
पलानी फाॅल्स कुल्लू जिले , हिमाचल प्रदेश राज्य में स्थित है जिसकी ऊंचाई 150 मीटर या 490 फीट है पलानी फाॅल्स वनों के मध्य स्थित एक सुंदर जलप्रपात है।Type : -
सिंगल ड्रॉप झरना - झरने या जलप्रपात कई प्रकार के होते है कुछ झरनों का पानी सीधे ना गिरकर एक चट्टान से दूसरे चट्टान पर होते हुए नीचे जाता है परन्तु कुछ झरनों में यह पानी सीधा नीचे जाकर गिरता है ऐसे झरने जिनमें पानी सीधे नीचे आये को सिंगल ड्रॉप कहा जाता है।
*इस इमेज मे सिंगल ड्रॉप झरना है आप देख सकते हैं कि इसमें पानी का प्रवाह सीधा नीचे हो रहा है
*यह जलप्रपात सिंगल ड्रॉप नहीं है क्योंकि इसमें पानी सीधा नीचे ना गिर कर एक स्तर से दूसरे स्तर पर होते हुए नीचे आता है
जलप्रपातों का निर्माण कैसे होता है
झरनों या जलप्रपातों का निर्माण आमतौर पर तब होता है जब नदियां पहाड़ों और घाटियों से गुजरती है नदियों की धारा जब नरम भूमि से होकर गुजरती है तो भूमि को काटती हुई आगे बढ़ती है व भूमि को उपजाऊ बनाती है परंतु जब यह पहाड़ियों , घाटियों व कठोर भूमि से गुजरती है तो भूमि को काटना आसान नहीं हो पाता ऊंचे पहाड़ियों और घाटियों से गिरकर जलप्रपातों का निर्माण होता है। जलप्रपातों में जल की धारा अधिक होने के कारण यह झरने की निचली सतह को काटती हैं जिस कारण वहां गड्ढों व जलप्रपातों के पीछे गुफानुमा संरचना का निर्माण होता है जल के प्रवाह के कारण चट्टाने चिकनी व नम हो जाती है इस प्रकार जलप्रपात व झरनों का निर्माण होता है।क्या आप किसी झरने पर घुमने गए हैं यदि हां तो उनका नाम कमेंट करना ना भूलें आपको हमारा ये लेख (आर्टिकल) भारत के 20 सबसे बड़े व ऊंचे जलप्रपात झरने कैसा लगा , अपनी राय लिखें और यदि आप चाहते हैं कि हम किसी अन्य विषय पर भी निबंध , कविता या लेख लिखे तो आप कमेंट के द्वारा हमें अपने सुझाव व विषय दे सकते हैं इसे अधिक से अधिक शेयर करें।
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