Skip to main content

लोकमत की कड़ियां - कविताएं Lokmat ki Kadiya

लोकमत की कड़ियों के बंधनो को
क्षीण कर मैं पंख तैयार कर
सफलता रूपी इन बादलों को
पाकर मैं यूं ना हारकर 
तोडुंगा मैं उन कड़ियों को
जिसने रोका मुझे उड़ान से
अपनी बातों अपने प्रभाव
अपनी रूढ़िवादी विचार से


रह गया हूं मैं अकेला
अपने उस निराश विरह में
क्योंकि किसी ने कुछ बोला था
पुरानी रीति के समक्ष में 
मार्ग मेरा था प्रशस्त प्रख्यात
पर समय था कुछ अधिक
उस समय की विद्यमानता में
मार्ग क्षीण करने की कोशिश। 


यह मार्ग अर्थहीन है
सूखे वृक्ष सम क्षीण है
ना करो तो ही सही है
कर कर भी सब विहीन है
विचार जो थे उनके द्वारा
पल पल मुझपर थोपते थे
ना चाहु लेना उन्हें मैं
पर फिर भी मन में मचलते थे ।


मुख द्वार से निकले उनके
जो कटु शब्द जाल
भेद दिया उन्होंने मुझे
छोड़ना पड़ा अपना प्रख्यात मार्ग
पर अब किसी नवयुवक को
मैं नहीं रूकने दूंगा
कड़ी रूपी उन जालों में
ना अकेला अस्थिर झुकने दुंगा 


मार्ग के पग पग को
जीणोद्धार सबल सरल करू 
नए लोकमत के कार्यो में
नव धारा को प्रबल करू 
बंधन तोड़ इस पुर जीवन का
आगे बढ़ कर योगदान दे दु 
इन लोकमत की पुर बेड़ियों को 
वृहद विचार कर , मैं भेद दु 
जीत हार कर मैं भेद दु
मैं भेद दु
मैं भेद दु ।




प्रसंग - प्रस्तुत पघांश में कवि अपने स्थिति और लक्ष्य का वर्णन कर रहा है वह अपने साथ हुई घटना का वर्णन करता है व वह इसे बाद में रोकने का प्रयास करने की बात भी करता है । 



अर्थ
लोकमत की .................... विचार से 
लोकमत की कड़ियों अर्थात लोक और समाज की इच्छा के द्वारा जो बंधन बने हुए हैं अर्थात वह चाहते हैं कि सभी लोग वही करें जो वह चाहे इन सारी बातों अर्थात समाज के बंधनों को खत्म कर मैं अपने पंख तैयार करूंगा और सफलता रूपी बादल अर्थात सफलता को मैं पाऊंगा और हार नहीं मानूंगा मैं उन बंधनों को तोडूंगा जिन्होंने मुझे अपने सफलता को पाने से रोका है उन्होंने मुझे अपने बातों और अपने प्रभाव और आपने रूढ़ीवादी या पुरानी सोचो के द्वारा रोका है ।


रह गया हूं .................... की कोशिश
आप मैं अकेला रह गया हूं अपने निराश जीवन में इसका कारण यह है कि बहुतों ने मुझे पुरानी कुरीतियों और विचारों के संदर्भ में कुछ बोला था अर्थात पुराने समय को उदाहरण देकर मुझे समझाते थे कि मैं अपने नए मार्ग को छोड़ दो मेरा मार्ग सीधा और बहुत अच्छा था पर उस मार्ग से सफलता को प्राप्त करने में थोड़ा समय लग रहा था जब वह समय विद्यमान था अर्थात वह समय चल रहा था उस समय मेरे मार्ग को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई थी ।


यह मार्ग .................... मचलते थे 
मुझे रोकने के लिए उन्होंने मुझे यह सब कहा था कि इस मार्क का कोई मतलब नहीं है या एक सूखे वृक्ष या पेड़ के समान ही सूखा हुआ है अगर मैं इस कार्य को नहीं करूंगा तू ही सही रहेगा और अगर मैं इस कार्य को करके सफल हो जाऊं तो भी इसका कोई मतलब नहीं है या उनके विचार थे जो वह मुझे कहते थे मैं उनके विचारों को नहीं लेना चाहता था पर फिर भी वह मेरे मन में आते थे और मचलते थे ।


मुख द्वार .................... झुकने दुंगा 
मुख्य द्वार से उनके कटु शब्द निकले अर्थात उन्होंने कई कड़वी बातें कहीं जो एक जाल के समान है जिसमें लोग फंस जाते हैं और इसी जाल में मैं भी फंसा अर्थात तीर के समान उन्होंने मुझे घायल किया जिस कारण मुझे अपना प्रसिद्ध और अच्छा मार्ग छोड़ना पड़ा पर अब मैं नहीं चाहता कि कोई भी नया व्यक्ति जो किसी नए मार्ग पर चलता है वह रुके और मैं भी उसकी मदद और कोशिश करूंगा कि वह चलते रहे और जब लोग बंधनों के जैसे जालो को उस पर फेंकेंगे तो मैं उसके साथ रहूंगा उसे अस्थिर रहकर झुकने और फंसने नहीं दूंगा उसकी सहायता करूंगा ।


मार्ग के .................... मैं भेद दु ।
मैं अब नए अच्छे कार्यों और विचारों के मार्ग के कदम कदम को अच्छा सरल कर रहा हूं और नए सामाजिक और समाज को अच्छा करने वाले कार्यो को कर रहा हूं नए विचारों और कार्यों को मजबूती भी प्रदान करता हूं और आगे बढ़कर इन में योगदान भी दे रहा हूं यह जो पुरानी सोच और समाज की इच्छा है यही पुरानी बंधन और बेड़ियों को मैं तोड़ रहा हूं अपने नए और बड़े विचारों के द्वारा मैं इसे तोड़ रहा हूं मैं जीत रहा हूं और कभी कभी हार भी रहा हूं पर फिर भी मै इसे तोड़ रहा हूं मैं इसे तोड़ दूंगा और मै इसे छोड़ रहा हूं । 



#Poem #india #Kavita #Lokmat #BestPoem 


क्या आप भी कविता लिखते है हमें जरूर बताएं। आपको हमारा ये लेख (आर्टिकल) “ लोकमत की कड़ियां - कविताएं Lokmat ki Kadiya ” कैसा लगा , अपनी राय लिखें और यदि आप चाहते हैं कि हम किसी अन्य विषय पर भी निबंध , कविता या लेख लिखे तो आप कमेंट के द्वारा हमें अपने सुझाव व विषय दे सकते हैं इसे अधिक से अधिक शेयर करें।
धन्यवाद । 





Comments

Popular posts from this blog

छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति Art and Culture of Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ की महान कला एवं संस्कृति कला , संस्कृति की वाहिका है जिस प्रकार भारत की कला में भिन्नता है उसी प्रकार छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति भी बहुआयामी है वनों से आच्छादित व आदिवासी अधिकता के कारण यहां की कला में वनों , प्रकृति , प्राचीन और परम्परा का विशेष स्थान व महत्व है। छत्तीसगढ़ की कला में हमें विभिन्न प्रकार के लोक नृत्य , जातियां , लोक कला , मेले , विभिन्न भाषा , शिल्प और विशेष व्यंजन देखने को मिलते हैं। प्रदेश में यहां के आभूषणों , वस्त्रों का विशेष स्थान है जो यहां की संस्कृति को और प्रभावशाली व समृद्ध बनाती हैं सरल जीवन जीते हुए यहां के लोग अपनी परम्परा , रीति रिवाज और मान्यताओं का पालन करते है। समय-समय पर ऋतुओं , तिथि और त्योहार अनुसार विभिन्न उत्सवों और संस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है प्रत्येक गांव, जिले, क्षेत्र की अपनी अलग मान्यताएं, पहचान व धार्मिक महत्व हैं। माना जाता है कि कला का प्राण है रसात्मकता। रस अथवा आनन्द अथवा आस्वाद्य। कला के द्वारा एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक संस्कृति व परम्पराओं का प्रदान होता है छत्तीसगढ़ की कला जहाँ एक ओर त

Top Ten Best Chhattisgarhi Songs 2021 ( CG song ) , छत्तीसगढ़ के 10 सबसे प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गाने

छत्तीसगढ़ एक अलग राज्य होने के साथ-साथ इसकी एक अलग फिल्म इंडस्ट्री भी है। जो दिन-प्रतिदिन सफलता के नए आयामों को छू रही है। कोई भी इंडस्ट्री गानों के बिना अधूरी है छत्तीसगढ़ भी इसमें पीछे नहीं है छत्तीसगढ़ ने ऐसे कई गाने दिए हैं जो किसी भी बड़े इंडस्ट्री के गानों को भी टक्कर दे सकती हैं। दिन प्रतिदिन छत्तीसगढ़ी गाने प्रसिद्ध होते जा रहे है और लोग इन्हें सुनना पसंद करते हैं चाहे वह लव सोंग्स हो या डीजे संगीत या कोई और छत्तीसगढ़ी गाने समा बांध देते है। इस लेख में हम छत्तीसगढ़ के Top Ten CG Song के बारे में जानेंगे। 1 . मोला नीक लागे रानी ( 115 M. ) छत्तीसगढ़ का पहला गीत जिसे यूट्यूब पर 100 मिलियन से भी अधिक बार देखा गया “मोला निक लागे रानी” छत्तीसगढ़ का प्रसिद्ध सॉन्ग है आते ही इसने सभी के दिलो में अपनी खास जगह बना ली। Song : Mola Nik Lage Rani YouTube View : 115 M. + Channel : SB MUSIC KORBA Likes : 1.3 Lakh + Singer : Ashok Rajwade , Suman Kurrey 2 . छम छम बाजे पांव के पैरी ( 7 3 M . ) छत्तीसगढ़ी फिल्म आई लव यू का सुपर हिट सॉन्ग “छम छम बाजे पांव

छत्तीसगढ़ के त्यौहार , उत्सव , मेले व स्वादिष्ट पकवान व व्यंजन Art and Culture of Chhattisgarh Part : 2 भाग - दो

विश्व प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ की लोक कला एवं संस्कृति छत्तीसगढ़ के आम जनजीवन का एक अभिन्न अंग है यह लेख “ छत्तीसगढ़ के त्यौहार , उत्सव , मेले व स्वादिष्ट पकवान व व्यंजन Art and Culture of Chhattisgarh Part : 2 भाग - दो ” छत्तीसगढ़ के कला संस्कृति के वर्णन का भाग 2 है आप छत्तीसगढ़ की कला व संस्कृति पर क्लिक कर कर इसके लेख भाग 1 को पढ़ सकते हैं। इस लेख में छत्तीसगढ़ में बड़े ही धूमधाम से मनाए जाने वाले विभिन्न उत्सवों , प्रमुख मेलों व आयोजनों और स्वादिष्ट पकवानों के बारे में जानकारी दी गई है। छत्तीसगढ़ के उत्सव भारत विभिन्न त्योहारों का देश है जहां अलग-अलग समय और ऋतुओं के अनुसार विभिन्न त्योहार मनाए जाते हैं इसके पीछे कई प्रमुख कारण है जिस प्रकार भारत में त्योहारों की विविधता है उसी प्रकार छत्तीसगढ़ में भी विभिन्न त्योहार मनाये जाते हैं। छेरछेरा - छेरछेरा छत्तीसगढ़ के सबसे प्रमुख त्योंहारों में से एक है जो किसानी काम खत्म होने के बाद फसलों को अपने-अपने घर लाये जाने का प्रतीक है यह त्योहार पोष मास के पूर्णिमा को मनाया जाता है तथा इस त्योहार का अन्य नाम पूष पुन